महाविद्यालय :संक्षिप्त परिचय

विश्व के इतिहास में लोकतंत्र की इस प्रथम योग-भूमि ने उत्थान और पतन के अनेक भूमि देखे हैं। विकास के बहुत से कार्यक्रम होते रहे हैं। परन्तु उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशेषतः महिलाओं के उत्थान और उनकी शिक्षा दीक्षा पर कम ही ध्यान दिया जाता है। स्वामी विवेकानन्द ने कहा है,

" राष्ट्र का निर्माण बिना महिलाओं के उत्थान के अधुरा है, जैसे पंक्षी एक पंख के सहारे उड़ नहीं सकता उसी तरह महिलाओं के उत्थान सम्भव नहीं। " स्वामी जी की इसी भावना को सम्मान देते हुए इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, समाज सुधारकों एवं जनता ने 1995 ई० में कारगर ढंग से एक महिला महाविद्यालय स्थापित किये जाने की मॉग के साथ संघर्ष आरम्भ किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने क्षेत्र के लागों की आशा एवं आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए अपने आदेश संख्या यू०ओ० 72-35-5-96 दिनांक 21-01-97 के द्वारा राजकीय महिला महाविद्यालय के स्थापना की घोषणा की और पूर्वांचल विकास निधि 1 से 74-74 लाख रू० स्वीकृत कर उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निर्माण निगम लि० के द्वारा निर्माण कार्य सम्पन्न कराया। इस महाविद्यालय के प्रारम्भिक सत्र 2001-2002 में 85 छात्राओं को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के निर्देशानुसार प्रवेश दिया गया।


सम्पर्क सूत्र

    राजकीय महिला महाविद्यालय
    मझौली राज, सलेमपुर, देवरिया
    उत्तर प्रदेश भारत
    पिन: 274506
    - 9900000000

नक्शा